महाभारतम् — 13.5.22
Original
Segmented
किम् अनुक्रोश-वैफल्यम् उत्पादयसि मे ऽनघ आनृशंस्ये ऽनुरक्तस्य भक्तस्य अनुगतस्य च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| किम् | किम् | pos=i |
| अनुक्रोश | अनुक्रोश | pos=n,comp=y |
| वैफल्यम् | वैफल्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्पादयसि | उत्पादय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| आनृशंस्ये | आनृशंस्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ऽनुरक्तस्य | अनुरञ्ज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| भक्तस्य | भक्त | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अनुगतस्य | अनुगम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |