महाभारतम् — 13.5.25
Original
Segmented
न अर्हसि त्वम् सहस्राक्ष त्याजयित्वा इह भक्तितः समर्थम् उपजीव्य इमम् त्यजेयम् कथम् अद्य वै
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सहस्राक्ष | सहस्राक्ष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्याजयित्वा | त्याजय् | pos=vi |
| इह | इह | pos=i |
| भक्तितः | भक्ति | pos=n,g=f,c=5,n=s |
| समर्थम् | समर्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| उपजीव्य | उपजीव् | pos=vi |
| इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्यजेयम् | त्यज् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| वै | वै | pos=i |