महाभारतम् — 13.52.4
Original
Segmented
तद् अस्य संभवम् राजन् निखिलेन अनुकीर्तय कौशिकात् च कथम् वंशात् क्षत्राद् वै ब्राह्मणो ऽभवत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| संभवम् | सम्भव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| निखिलेन | निखिलेन | pos=i |
| अनुकीर्तय | अनुकीर्तय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कौशिकात् | कौशिक | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| वंशात् | वंश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| क्षत्राद् | क्षत्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |