महाभारतम् — 13.58.2
Original
Segmented
कौतूहलम् हि परमम् तत्र मे वर्तते प्रभो दातारम् दत्तम् अन्वेति यद् दानम् तत् प्रचक्ष्व मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कौतूहलम् | कौतूहल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रभो | प्रभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| दातारम् | दातृ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| दत्तम् | दा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| अन्वेति | अन्वि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रचक्ष्व | प्रचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |