महाभारतम् — 13.58.37
Original
Segmented
त्वत्तः च मे प्रियतरः पृथिव्याम् न अस्ति कश्चन त्वत्तो ऽपि मे प्रियतरा ब्राह्मणा भरत-ऋषभ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वत्तः | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रियतरः | प्रियतर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वत्तो | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रियतरा | प्रियतर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ब्राह्मणा | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |