महाभारतम् — 13.59.10
Original
Segmented
यद् अग्निहोत्रे सु हुते सायम् प्रातः भवेत् फलम् विद्या-वेद-व्रतवत् तद् दान-फलम् उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अग्निहोत्रे | अग्निहोत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| हुते | हु | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| सायम् | सायम् | pos=i |
| प्रातः | प्रातर् | pos=i |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विद्या | विद्या | pos=n,comp=y |
| वेद | वेद | pos=n,comp=y |
| व्रतवत् | व्रतवत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दान | दान | pos=n,comp=y |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |