महाभारतम् — 13.60.11
Original
Segmented
यावतो वै साधु-धर्मान् सन्तः संवर्तयन्ति उत सर्वे ते च अपि भर्तव्या नरा ये बहु-भारिन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावतो | यावत् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| साधु | साधु | pos=a,comp=y |
| धर्मान् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सन्तः | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| संवर्तयन्ति | संवर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| उत | उत | pos=i |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| भर्तव्या | भृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| नरा | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| भारिन् | भारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |