महाभारतम् — 13.64.10
Original
Segmented
घृतम् मासे आश्वयुजि विप्रेभ्यो यः प्रयच्छति तस्मै प्रयच्छतो रूपम् प्रीतौ देवौ इह अश्विनौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| घृतम् | घृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मासे | मास | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| आश्वयुजि | आश्वयुज् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| विप्रेभ्यो | विप्र | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रयच्छति | प्रयम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| प्रयच्छतो | प्रयम् | pos=v,p=3,n=d,l=lat |
| रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रीतौ | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| देवौ | देव | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| इह | इह | pos=i |
| अश्विनौ | अश्विन् | pos=n,g=m,c=1,n=d |