महाभारतम् — 13.65.60
Original
Segmented
कौमुद्याम् शुक्ल-पक्षे तु यो अन्न-दानम् करोति उत स संतरति दुर्गाणि प्रेत्य च आनन्त्यम् अश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कौमुद्याम् | कौमुदी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| शुक्ल | शुक्ल | pos=n,comp=y |
| पक्षे | पक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अन्न | अन्न | pos=n,comp=y |
| दानम् | दान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| उत | उत | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संतरति | संतृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दुर्गाणि | दुर्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| आनन्त्यम् | आनन्त्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |