महाभारतम् — 13.67.28
Original
Segmented
रत्न-दानम् च सु महत् पुण्यम् उक्तम् जनाधिप तानि विक्रीय यजते ब्राह्मणो हि अभयङ्करः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| जनाधिप | जनाधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| विक्रीय | विक्री | pos=vi |
| यजते | यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अभयङ्करः | अभयंकर | pos=a,g=m,c=1,n=s |