महाभारतम् — 13.74.19
Original
Segmented
अधीत्य अपि हि यो वेदान् न्याय-विद्भ्यः प्रयच्छति गुरु-कर्म-प्रशंसी च सो ऽपि स्वर्गे महीयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अधीत्य | अधी | pos=vi |
| अपि | अपि | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वेदान् | वेद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न्याय | न्याय | pos=n,comp=y |
| विद्भ्यः | विद् | pos=a,g=m,c=4,n=p |
| प्रयच्छति | प्रयम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
| प्रशंसी | प्रशंसिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| स्वर्गे | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महीयते | महीय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |