महाभारतम् — 13.74.31
Original
Segmented
सत्येन देवान् प्रीणाति पितॄन् वै ब्राह्मणान् तथा सत्यम् आहुः परम् धर्मम् तस्मात् सत्यम् न लङ्घयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रीणाति | प्री | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पितॄन् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| लङ्घयेत् | लङ्घय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |