महाभारतम् — 13.74.37
Original
Segmented
प्रत्यक्षम् च ते अपि एतत् ब्राह्मणेषु तपस्विषु बिभेति हि यथा शक्रो ब्रह्मचारि-प्रधर्षितः तद् ब्रह्मचर्यस्य फलम् ऋषीणाम् इह दृश्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रत्यक्षम् | प्रत्यक्ष | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ब्राह्मणेषु | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| तपस्विषु | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| बिभेति | भी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हि | हि | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ब्रह्मचारि | ब्रह्मचारिन् | pos=n,comp=y |
| प्रधर्षितः | प्रधर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ब्रह्मचर्यस्य | ब्रह्मचर्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ऋषीणाम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |