महाभारतम् — 13.75.6
Original
Segmented
आह्वानम् च प्रयुञ्जीत समङ्गे बहुला इति च प्रविश्य च गवाम् मध्यम् इमाम् श्रुतिम् उदाहरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आह्वानम् | आह्वान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| प्रयुञ्जीत | प्रयुज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| समङ्गे | समङ्ग | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| बहुला | बहुल | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| गवाम् | गो | pos=n,g=,c=6,n=p |
| मध्यम् | मध्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| श्रुतिम् | श्रुति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उदाहरेत् | उदाहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |