महाभारतम् — 13.76.3
Original
Segmented
इति उक्तवान् धर्मराजेन तदा शांतनवो नृप सम्यग् आह गुणान् तस्मै गो प्रदानस्य केवलान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| धर्मराजेन | धर्मराज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| शांतनवो | शांतनव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| गो | गो | pos=i |
| प्रदानस्य | प्रदान | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| केवलान् | केवल | pos=a,g=m,c=2,n=p |