महाभारतम् — 13.77.20
Original
Segmented
घृतेन जुहुयाद् अग्निम् घृतेन स्वस्ति वाचयेत् घृतम् दद्याद् घृतम् प्राशेद् गवाम् व्युष्टिम् तथा अश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| घृतेन | घृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| जुहुयाद् | हु | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| घृतेन | घृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वाचयेत् | वाचय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| घृतम् | घृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दद्याद् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| घृतम् | घृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राशेद् | प्राश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| गवाम् | गो | pos=n,g=,c=6,n=p |
| व्युष्टिम् | व्युष्टि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |