महाभारतम् — 13.79.4
Original
Segmented
इति आचम्य जपेत् सायम् प्रातः च पुरुषः सदा यद् अह्ना कुरुते पापम् तस्मात् स परिमुच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| आचम्य | आचम् | pos=vi |
| जपेत् | जप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| सायम् | सायम् | pos=i |
| प्रातः | प्रातर् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| पुरुषः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अह्ना | अहर् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिमुच्यते | परिमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |