महाभारतम् — 13.8.13
Original
Segmented
यथा मम प्रियतराः त्वत्तः विप्राः कुरु-उद्वह तेन सत्येन गच्छेयम् लोकान् यत्र स शंतनुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रियतराः | प्रियतर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| त्वत्तः | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| विप्राः | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| उद्वह | उद्वह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| गच्छेयम् | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शंतनुः | शंतनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |