महाभारतम् — 13.8.7
Original
Segmented
सम्यग् उच्चारिता वाचः श्रूयन्ते हि युधिष्ठिर शुश्रूषमाणे नृपतौ प्रेत्य च इह सुख-आवहाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| उच्चारिता | उच्चारय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| वाचः | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| श्रूयन्ते | श्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| हि | हि | pos=i |
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शुश्रूषमाणे | शुश्रूष् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| नृपतौ | नृपति | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| आवहाः | आवह | pos=a,g=f,c=1,n=p |