महाभारतम् — 13.81.18
Original
Segmented
श्रीः उवाच अवज्ञाता भविष्यामि सर्व-लोकेषु मानदाः प्रत्याख्यानेन युष्माभिः प्रसादः क्रियताम् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अवज्ञाता | अवज्ञा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| भविष्यामि | भू | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| मानदाः | मानद | pos=a,g=f,c=8,n=p |
| प्रत्याख्यानेन | प्रत्याख्यान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| युष्माभिः | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=p |
| प्रसादः | प्रसाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्रियताम् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |