महाभारतम् — 13.82.44
Original
Segmented
य इदम् कथयेत् नित्यम् ब्राह्मणेभ्यः समाहितः हव्य-कव्येषु यज्ञेषु पितृ-कार्येषु च एव ह सार्वकामिकम् अक्षय्यम् पितॄन् तस्य उपतिष्ठति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कथयेत् | कथय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| ब्राह्मणेभ्यः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| समाहितः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हव्य | हव्य | pos=n,comp=y |
| कव्येषु | कव्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
| कार्येषु | कार्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ह | ह | pos=i |
| सार्वकामिकम् | सार्वकामिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अक्षय्यम् | अक्षय्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| पितॄन् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उपतिष्ठति | उपस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |