महाभारतम् — 13.83.44
Original
Segmented
अपत्यम् युवयोः देव बलवद् भविता प्रभो तत् नूनम् त्रिषु लोकेषु न किंचिद् शेषयिष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपत्यम् | अपत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| युवयोः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=d |
| देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| बलवद् | बलवत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| भविता | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शेषयिष्यति | शेषय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |