महाभारतम् — 13.84.34
Original
Segmented
शशाप ज्वलनः सर्वान् द्विरदान् क्रोध-मूर्छितः प्रतीपा भवताम् जिह्वा भवित्री इति भृगु-उद्वह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शशाप | शप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ज्वलनः | ज्वलन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| द्विरदान् | द्विरद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
| मूर्छितः | मूर्छय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रतीपा | प्रतीप | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भवताम् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| जिह्वा | जिह्वा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| भवित्री | भवितृ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| भृगु | भृगु | pos=n,comp=y |
| उद्वह | उद्वह | pos=n,g=m,c=8,n=s |