महाभारतम् — 13.90.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच कीदृशेभ्यः प्रदातव्यम् भवेत् श्राद्धम् पितामह द्विजेभ्यः कुरु-शार्दूल तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कीदृशेभ्यः | कीदृश | pos=a,g=m,c=4,n=p |
| प्रदातव्यम् | प्रदा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| श्राद्धम् | श्राद्ध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| द्विजेभ्यः | द्विज | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| शार्दूल | शार्दूल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| व्याख्यातुम् | व्याख्या | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |