महाभारतम् — 13.95.72
Original
Segmented
गण्डा उवाच अनृतम् भाषतु सदा साधुभिः च विरुध्यतु ददातु कन्याम् शुल्केन बिस-स्तैन्यम् करोति या
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गण्डा | गण्डा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अनृतम् | अनृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भाषतु | भाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| सदा | सदा | pos=i |
| साधुभिः | साधु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| विरुध्यतु | विरुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| ददातु | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| कन्याम् | कन्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| शुल्केन | शुल्क | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| बिस | बिस | pos=n,comp=y |
| स्तैन्यम् | स्तैन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |