महाभारतम् — 13.96.17
Original
Segmented
वसिष्ठ उवाच अ स्वाध्याय-परः लोके श्वानम् च परिकर्षतु पुरे च भिक्षुः भवतु यः ते हरति पुष्करम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वसिष्ठ | वसिष्ठ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अ | अ | pos=i |
| स्वाध्याय | स्वाध्याय | pos=n,comp=y |
| परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| श्वानम् | श्वन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| परिकर्षतु | परिकृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| पुरे | पुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| भिक्षुः | भिक्षु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवतु | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पुष्करम् | पुष्कर | pos=n,g=n,c=2,n=s |