महाभारतम् — 13.96.31
Original
Segmented
नाभाग उवाच अनृतम् भाषतु सदा सद्भिः च एव विरुध्यतु शुल्केन कन्याम् ददतु यः ते हरति पुष्करम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नाभाग | नाभाग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अनृतम् | अनृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भाषतु | भाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| सदा | सदा | pos=i |
| सद्भिः | सत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विरुध्यतु | विरुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| शुल्केन | शुल्क | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कन्याम् | कन्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ददतु | दा | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पुष्करम् | पुष्कर | pos=n,g=n,c=2,n=s |