महाभारतम् — 13.96.8
Original
Segmented
केचिद् बिसानि अखनन् तत्र राजन्न् अन्ये मृणालानि अखनन् तत्र विप्राः अथ अपश्यन् पुष्करम् ते ह्रियन्तम् ह्रदाद् अगस्त्येन समुद्धृतम् वै
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| बिसानि | बिस | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अखनन् | खन् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मृणालानि | मृणाल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अखनन् | खन् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| विप्राः | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अथ | अथ | pos=i |
| अपश्यन् | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| पुष्करम् | पुष्कर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ह्रियन्तम् | हृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| ह्रदाद् | ह्रद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अगस्त्येन | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| समुद्धृतम् | समुद्धृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| वै | वै | pos=i |