महाभारतम् — 14.10.31
Original
Segmented
ततः संवर्तः चित्य-गतः महात्मा यथा वह्निः प्रज्वलितो द्वितीयः हवींषि उच्चैस् आह्वयन् देव-सङ्घान् जुहाव अग्नौ मन्त्रवत् सु प्रतीतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| संवर्तः | संवर्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चित्य | चि | pos=va,comp=y,f=krtya |
| गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| महात्मा | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| वह्निः | वह्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रज्वलितो | प्रज्वल् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| द्वितीयः | द्वितीय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हवींषि | हविस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| उच्चैस् | उच्चैस् | pos=i |
| आह्वयन् | आह्वा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| सङ्घान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| जुहाव | हु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अग्नौ | अग्नि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मन्त्रवत् | मन्त्रवत् | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| प्रतीतः | प्रती | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |