महाभारतम् — 14.15.17
Original
Segmented
रमे च अहम् त्वया सार्धम् अरण्येषु अपि पाण्डव किमु यत्र जनो ऽयम् वै पृथा च अमित्र-कर्शनैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रमे | रम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| अरण्येषु | अरण्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| किमु | किमु | pos=i |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| जनो | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| पृथा | पृथा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अमित्र | अमित्र | pos=n,comp=y |
| कर्शनैः | कर्शन | pos=a,g=m,c=8,n=s |