महाभारतम् — 14.15.3
Original
Segmented
विजह्राते मुदा युक्तौ दिवि देव-ईश्वरौ इव तौ वनेषु विचित्रेषु पर्वतानाम् च सानुषु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विजह्राते | विहृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
| मुदा | मुद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| युक्तौ | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| दिवि | दिव् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| ईश्वरौ | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| इव | इव | pos=i |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| वनेषु | वन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| विचित्रेषु | विचित्र | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| पर्वतानाम् | पर्वत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| सानुषु | सानु | pos=n,g=m,c=7,n=p |