महाभारतम् — 14.17.2
Original
Segmented
काश्यप उवाच कथम् शरीरम् च्यवते कथम् च एव उपपद्यते कथम् कष्टात् च संसारात् संसरन् परिमुच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| काश्यप | काश्यप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| शरीरम् | शरीर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च्यवते | च्यु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| उपपद्यते | उपपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| कष्टात् | कष्ट | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| संसारात् | संसार | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| संसरन् | संसृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| परिमुच्यते | परिमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |