महाभारतम् — 14.19.23
Original
Segmented
यदा हि युक्तम् आत्मानम् सम्यक् पश्यति देहभृत् तदा अस्य न ईशते कश्चित् त्रैलोक्यस्य अपि यः प्रभुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
| पश्यति | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| देहभृत् | देहभृत् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| ईशते | ईश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| कश्चित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्रैलोक्यस्य | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभुः | प्रभु | pos=n,g=m,c=1,n=s |