महाभारतम् — 14.21.5
Original
Segmented
ब्राह्मणी उवाच कस्माद् वाग् अभवत् पूर्वम् कस्मात् पश्चात् मनः ऽभवत् मनसा चिन्तितम् वाक्यम् यदा समभिपद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मणी | ब्राह्मणी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कस्माद् | कस्मात् | pos=i |
| वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
| कस्मात् | कस्मात् | pos=i |
| पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| चिन्तितम् | चिन्तय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यदा | यदा | pos=i |
| समभिपद्यते | समभिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |