महाभारतम् — 14.22.24
Original
Segmented
यथा हि शिष्यः शास्तारम् श्रुति-अर्थम् अभिधावति ततः श्रुतम् उपादाय श्रुत-अर्थम् उपतिष्ठति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| शिष्यः | शिष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शास्तारम् | शास्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| श्रुति | श्रुति | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभिधावति | अभिधाव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ततः | ततस् | pos=i |
| श्रुतम् | श्रुत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपादाय | उपादा | pos=vi |
| श्रुत | श्रुत | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपतिष्ठति | उपस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |