महाभारतम् — 14.28.7
Original
Segmented
प्रोक्ष्यमाणम् पशुम् दृष्ट्वा यज्ञ-कर्मणि अथ अब्रवीत् यतिः अध्वर्युम् आसीनो हिंसा इयम् इति कुत्सयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रोक्ष्यमाणम् | प्रोक्ष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| पशुम् | पशु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| यतिः | यति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अध्वर्युम् | अध्वर्यु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आसीनो | आस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हिंसा | हिंसा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| कुत्सयन् | कुत्सय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |