महाभारतम् — 14.38.2
Original
Segmented
आनन्दः प्रीतिः उद्रेकः प्राकाश्यम् सुखम् एव च अकार्पण्यम् असंरम्भः संतोषः श्रद्दधान-ता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आनन्दः | आनन्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उद्रेकः | उद्रेक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्राकाश्यम् | प्राकाश्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अकार्पण्यम् | अकार्पण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| असंरम्भः | असंरम्भ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संतोषः | संतोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रद्दधान | श्रद्धा | pos=va,comp=y,f=part |
| ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |