महाभारतम् — 14.42.11
Original
Segmented
अष्टौ यस्य अग्नयः हि एते न दहन्ते मनः सदा स तद् ब्रह्म शुभम् याति यस्माद् भूयो न विद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अष्टौ | अष्टन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अग्नयः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| दहन्ते | दह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यस्माद् | यद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| भूयो | भूयस् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |