महाभारतम् — 14.42.21
Original
Segmented
संस्वेदाः कृमयः प्रोक्ता जन्तवः च तथाविधाः जन्म द्वितीयम् इति एतत् जघन्यतरम् उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संस्वेदाः | संस्वेद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कृमयः | कृमि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रोक्ता | प्रवच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| जन्तवः | जन्तु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| तथाविधाः | तथाविध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| जन्म | जन्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| द्वितीयम् | द्वितीय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जघन्यतरम् | जघन्यतर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |