महाभारतम् — 14.42.42
Original
Segmented
क्षीणे मनसि सर्वस्मिन् न जन्म-सुखम् इष्यते ज्ञान-सम्पन्न-सत्त्वानाम् तत् सुखम् विदुषाम् मतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षीणे | क्षि | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| मनसि | मनस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सर्वस्मिन् | सर्व | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| जन्म | जन्मन् | pos=n,comp=y |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इष्यते | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
| सम्पन्न | सम्पद् | pos=va,comp=y,f=part |
| सत्त्वानाम् | सत्त्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विदुषाम् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |