महाभारतम् — 14.42.53
Original
Segmented
दुश्चरम् जीव-लोके ऽस्मिन् सत्त्वम् प्रति समाश्रितम् एतद् एव हि लोके ऽस्मिन् कालचक्रम् प्रवर्तते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुश्चरम् | दुश्चर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| जीव | जीव | pos=n,comp=y |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |
| समाश्रितम् | समाश्रि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कालचक्रम् | कालचक्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रवर्तते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |