महाभारतम् — 14.43.36
Original
Segmented
पुरुषः तत् विजानीते तस्मात् क्षेत्रज्ञ उच्यते गुण-वृत्तम् तथा कृत्स्नम् क्षेत्रज्ञः परिपश्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुरुषः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विजानीते | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| क्षेत्रज्ञ | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| वृत्तम् | वृत्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| क्षेत्रज्ञः | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिपश्यति | परिपश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |