महाभारतम् — 14.5.16
Original
Segmented
बृहस्पते मरुत्तस्य मा स्म कार्षीः कथंचन दैवम् कर्म अथवा पित्र्यम् कर्तासि मम चेत् प्रियम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बृहस्पते | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मरुत्तस्य | मरुत्त | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मा | मा | pos=i |
| स्म | स्म | pos=i |
| कार्षीः | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |
| कथंचन | कथंचन | pos=i |
| दैवम् | दैव | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अथवा | अथवा | pos=i |
| पित्र्यम् | पित्र्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कर्तासि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| चेत् | चेद् | pos=i |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |