महाभारतम् — 14.5.7
Original
Segmented
वासवो अपि असुरान् सर्वान् निर्जित्य च निहत्य च इन्द्र-त्वम् प्राप्य लोकेषु ततो वव्रे पुरोहितम् पुत्रम् अङ्गिरसो ज्येष्ठम् विप्र-श्रेष्ठम् बृहस्पतिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वासवो | वासव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| असुरान् | असुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| निर्जित्य | निर्जि | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| निहत्य | निहन् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| ततो | ततस् | pos=i |
| वव्रे | वृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पुरोहितम् | पुरोहित | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अङ्गिरसो | अङ्गिरस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ज्येष्ठम् | ज्येष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| बृहस्पतिम् | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=2,n=s |