महाभारतम् — 14.50.22
Original
Segmented
ध्यान-योगेन शुद्धेन निर्ममा निरहंकृताः प्राप्नुवन्ति महात्मानो महान्तम् लोकम् उत्तमम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ध्यान | ध्यान | pos=n,comp=y |
| योगेन | योग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शुद्धेन | शुध् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| निर्ममा | निर्मम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| निरहंकृताः | निरहंकृत | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्राप्नुवन्ति | प्राप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| महात्मानो | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| महान्तम् | महत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |