महाभारतम् — 14.50.46
Original
Segmented
मयि चेद् अस्ति ते प्रीतिः नित्यम् कुरु-कुल-उद्वहैः अध्यात्मम् एतत् श्रुत्वा त्वम् सम्यग् आचर सुव्रत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| कुल | कुल | pos=n,comp=y |
| उद्वहैः | उद्वह | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| अध्यात्मम् | अध्यात्म | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| आचर | आचर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सुव्रत | सुव्रत | pos=a,g=m,c=8,n=s |