महाभारतम् — 14.52.10
Original
Segmented
कच्चित् शौरि त्वया गत्वा कुरु-पाण्डव-सद्म तत् कृतम् सौभ्रात्रम् अचलम् तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| शौरि | शौरि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| गत्वा | गम् | pos=vi |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| पाण्डव | पाण्डव | pos=n,comp=y |
| सद्म | सद्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| सौभ्रात्रम् | सौभ्रात्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अचलम् | अचल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| व्याख्यातुम् | व्याख्या | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |