महाभारतम् — 14.52.13
Original
Segmented
स्व-राष्ट्रेषु च राजानः कच्चित् प्राप्स्यन्ति वै सुखम् कौरवेषु प्रशान्तेषु त्वया नाथेन माधव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| राष्ट्रेषु | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| राजानः | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कच्चित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्स्यन्ति | प्राप् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| वै | वै | pos=i |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कौरवेषु | कौरव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| प्रशान्तेषु | प्रशम् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| नाथेन | नाथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| माधव | माधव | pos=n,g=m,c=8,n=s |