महाभारतम् — 14.54.1
Original
Segmented
उत्तङ्क उवाच अभिजानामि जगतः कर्तारम् त्वाम् जनार्दन नूनम् भवत्-प्रसादः ऽयम् इति मे न अस्ति संशयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्तङ्क | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अभिजानामि | अभिज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| जगतः | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| कर्तारम् | कर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| जनार्दन | जनार्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| भवत् | भवत् | pos=a,comp=y |
| प्रसादः | प्रसाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |