महाभारतम् — 14.55.30
Original
Segmented
स तथा इति प्रतिश्रुत्य जगाम जनमेजय गुरु-पत्नी-प्रिय-अर्थम् वै ते समानयितुम् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| प्रतिश्रुत्य | प्रतिश्रु | pos=vi |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| पत्नी | पत्नी | pos=n,comp=y |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| समानयितुम् | समानी | pos=vi |
| तदा | तदा | pos=i |